एक वक्त था जब लोग मान चुके थे कि जसप्रीत बुमराह का करियर खत्म हो चुका है। साल 2022 में पीठ की गंभीर चोट के बाद क्रिकेट जगत में ऐसी बातें होने लगी थीं कि यह तेज गेंदबाज अब मैदान में नहीं लौट सकेगा। लेकिन कहते हैं ना, असली खिलाड़ी वही होता है जो न सिर्फ अपनी कमजोरी से लड़े, बल्कि उसे अपनी सबसे बड़ी ताकत बना दे। बुमराह ने यही कर दिखाया है।
चोट के बाद हर तरफ से उठे सवाल

बुमराह को जब स्ट्रेस फ्रैक्चर हुआ, तो उन्हें लंबे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा। इलाज, रिहैब और फिटनेस के दौर में उन्होंने मैदान से दूरी बनाए रखी, लेकिन सोशल मीडिया और क्रिकेट समीक्षकों की दुनिया में उनकी वापसी को लेकर संदेह बना रहा।
कई पूर्व क्रिकेटरों ने यहां तक कह दिया था –
“बुमराह अब कभी पहले जैसे नहीं लौट पाएंगे, वह 8 महीने भी टिक नहीं पाएंगे।”
वापसी नहीं, बेमिसाल वापसी

लेकिन बुमराह ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी फिटनेस पर पूरा ध्यान दिया, मानसिक रूप से खुद को मजबूत किया और एक बार फिर मैदान में उसी जोश और गति के साथ लौटे। 2024 के टी20 वर्ल्ड कप में उन्होंने न सिर्फ टीम में जगह बनाई, बल्कि अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया।
टीम इंडिया के असली हीरो
इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में बुमराह का प्रदर्शन दर्शनीय था। उन्होंने बेहद किफायती गेंदबाजी करते हुए दो अहम विकेट चटकाए और टीम को फाइनल में पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई।
मैच के बाद उन्होंने मीडिया से कहा:
“कई लोगों ने मुझ पर सवाल उठाए थे। कहा गया था कि मेरा करियर खत्म हो चुका है। लेकिन आज मैं देश के लिए मैच जिता रहा हूं। आलोचनाओं से फर्क नहीं पड़ता, जब आप खुद पर भरोसा करते हैं।”
सोशल मीडिया पर छाए बुमराह
- ट्विटर पर #HeroBumrah और #BoomBoomBumrah ट्रेंड करने लगे।
- फैंस ने उन्हें “India’s Superman” का खिताब दे दिया।
- पूर्व क्रिकेटरों ने उनकी वापसी को “inspirational” बताया।
- इतने ख़राब दिन के बावजूद India अगर ज़िंदा है तो BUMRAH ज़िंदाबाद हैं।
- #ENGvIND रोमांचक जंग है जारी, बुमराह की वजह से एडवांटेज भारत के पास
एक नई प्रेरणा
जसप्रीत बुमराह की यह वापसी सिर्फ एक खिलाड़ी की जीत नहीं है, यह उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो जीवन में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने दिखा दिया कि अगर मेहनत, हौसला और आत्मविश्वास साथ हो, तो कोई भी वापसी नामुमकिन नहीं।बुमराह ने अपने आलोचकों को मैदान में ही जवाब दिया है। उन्होंने बताया कि चोटें और असफलताएं जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें कैसे पार करना है, वही असली खेल होता है। आज वह न सिर्फ टीम इंडिया के हीरो हैं, बल्कि हर उस इंसान की उम्मीद बन चुके हैं, जो गिरकर फिर से उठना चाहता है।